
पटना ने आईआईसी गतिविधियों के तहत भागवत गीता पाठ विषय पर बातचीत का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ राणा सिंह के उद्घाटन भाषण से हुई। उन्होंने छात्रों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीएलडब्ल्यूएम पटना के निदेशक डॉ आशुतोष उपाध्याय रहे।
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आशुतोष उपाध्याय, निदेशक,पटना ने दर्शकों को कहा कि लोगों को प्रभावित करने का एक गुण है, सर्वोत्तम संभव तरीके से चीजों को प्रबंधित करने का एक अनुशासन तत्व हो सकता है और प्रबंधन नेता के कुछ अनुयायी और कुछ सिद्धांत होने चाहिए। नेताओं में लोगों को प्रोत्साहित करने और उनसे सीखना, ठीक से बोलना और समभाव।
ईमानदारी के साथ और दूसरों के प्रति सम्मान के साथ संवाद करें ओर मार्गदर्शन करने में सक्षम हों। हमें अच्छे समय में अति उत्साहित नहीं होना चाहिए और बुरे समय में अत्यधिक उदास नहीं होना चाहिए। हर समय एक स्थिर मानसिकता रखने से हमें अपने जीवन में अधिक शांति और खुशी प्राप्त करने में मदद मिलती है।
रणनीति की योजना बनाना और उनका विश्लेषण करना, नेतृत्व की एक कला है, वह इस बात पर भी जोर देते हैं कि आप जो भी करें उसमें अपना दिल और आत्मा लगाएं, आशावादी बने रहें लेकिन अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें। सफलता के भूखे न रहें। यदि आप असफल होते हैं तो आप निराश नहीं होंगे।